समझा हम को पूरा बच्चा
घुमा -घूमा के देते गच्चा
एक था राजा एक थी रानी
रोज़-रोज़ बस वही कहानी
बच्चा सुन नहीं सकता है
न्यू -न्यू अच्छा लगता है
बात ये समझो बिटिया रानी
जानो हमरी ये परेशानी
कहाँ से लाये पप्पा ज़ानी
रोज़ -रोज़ एक नई कहानी
पप्पा कह नहीं सकता है
तुम बिन रह नहीं सकता है
हमने मन में अब ये ठानी
छुट्टी अब नहीं, यहाँ बितानी
न यहाँ दादी, न यहाँ नानी
बिन हाथ के लड्डू, मीठी बानी
बच्चा रह नहीं सकता है
न्यू -न्यू अच्छा लगता है
मेरी गुड़िया हुयी सयानी
हर बात तुम्हारी हमने मानी
रूठो न अब गुड़िया रानी
पप्पा सह नहीं सकता है
तुम बिन रह नहीं सकता है
आप सबका !
नीलेश जैन
मुंबई
04-02-2009