Tuesday, February 10, 2009
हर सड़क रास्ता नहीं होती
कहने को
ये बात मामूली है,
पर जिसे समझ आ गई;
तो समझो उसकी तलाश पूरी है.
अब जब उसने पा लिया है रास्ता तो
उसे मंजिल भी मिल ही जायेगी
क्योंकि जो सड़क मंजिल तक ले जायेगी;
वही तो 'रास्ता' कहलायेगी.
ये बात इसलिए लिख रहा हूँ क्योंकि कुछ लोग सोचते है कि वो जो कर रहे हैं... और जैसे कर रहे हैं, वही सही है; पर हमेशा ऐसा सोचना भी एक बहुत बड़ी भूल के पहले की एक भूल ही तो है. इसीलिए इस बात को याद रखने में ही समझदारी है। ये बात मुझ पर भी उतनी ही लागू होती है जितनी आप पर ...तो याद रखियेगा ...घर से लेकर बाहर तक ...इसमे एक गहरा सबक छिपा है ...जिंदगी को जीने का ।
आपका
नीलेश जैन