यूँ
तो
तराश
सकता
है
' वो '
कांच
भी
जिसमें
तराशने
की
खूबी है।
मगर
सह
सके
तराशने
की
मार
' जो '
उसके
लिए
अन्दर
से
हीरा
होना
ज़रूरी है ।।
आपका नीलेश जैन