इस बरस एक वादा करें
जो हम हैं बस वही होने का
अपनी पहचान को पहचानकर
उसको नहीं खोने का
क्योंकि ख़ुद की झूठी पहचान
एक दिन ख़ुद को ही छल जाती है
वैसे भी चिकने कागज़ पर छपने से
कहानी नहीं बदल जाती है .
---- नया साल मुबारक हो!
आपका नीलेश जैन
मुंबई