ज़माना
अज़ब सा हो गया है
जिसके पास ज़्यादा है
उसी को लगता है
कहीं कुछ और कमी है।
हर कोई मशगूल है
ख़ुद में ... मगर
ज़माने की पड़ी है ।
सौ हाथ हैं
जिनके सहारे को
उनके पास ही
जादू की छड़ी है ।
जिनके पास
समय के लिए
समय ही नहीं
उनकी हर दीवार पर
एक घड़ी है ।
मुंबई