कुछ लोगों को मेरी ज़रुरत थी … जो हो सका…मैने उनके लिए किया… जिससे कि उन्हें सही रास्ता मिल सके …सुकून मिला और चैन भी।
…
बहुत दिनों बाद
फिर से लगा
किसी के उठते
छप्पर में
हाथ लगा आया
मैं तीरथ कर आया !
…
दिल्ली में
बहती नहीं है गंगा
फिर भी
गंगा नहा आया …
मैं तीरथ कर आया !!
मैं तीरथ कर आया !!!
आप सबका
नीलेश
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बहुत दिनों बाद
फिर से लगा
किसी के उठते
छप्पर में
हाथ लगा आया
मैं तीरथ कर आया !
…
दिल्ली में
बहती नहीं है गंगा
फिर भी
गंगा नहा आया …
मैं तीरथ कर आया !!
मैं तीरथ कर आया !!!
आप सबका
नीलेश