Sunday, November 29, 2009

Maaf Keejiyega

यहाँ पहले माँ को समर्पित एक रचना थी ... जिसे सम्पूर्ण विश्व का परम स्नेह मिला ....लेकिन कुछ वरिष्ठ लोगों की सलाह पर उसे यहाँ से हटा दिया है… जिससे कम-से-कम ये रचना तो किसी दुरूपयोग का शिकार न हो पाये. 

दुरूपयोग करने वालों को ईश्वर अपना रचनात्मक-आशीर्वाद दे और इतनी प्रतिभा भी कि वो खुद .....
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आपका नीलेश

4 जुलाई 2 0 1 3
मुंबई